UPPSC 2023 Topper – UP PCS 2023 परीक्षा में उम्मीदवारों की सफलता ने छात्रों के लिए प्रेरणादायक कहानियों का पर्दा उठाया है। इनमें से एक है शिवप्रताप, जो इस परीक्षा में चौथे स्थान पर रहे हैं, जो मैनपुरी जिले के छोटे से गांव गुलालपुर से हैं। एक विशेष साक्षात्कार में, शिवप्रताप ने अपनी तैयारी की रणनीति के बारे में बताया और उम्मीदवारों के लिए मूल्यवान सुझाव प्रदान किये।
शिवप्रताप की सफलता की कहानी – एक झलक:
- परिवार का पृष्ठभूमि:
- शिवप्रताप के पिताजी, अरविंद कुमार, खाद्य विभाग में सप्लाई इंस्पेक्टर के रूप में कार्यरत हैं।
- वे मैनपुरी जनपद के कस्बा किशनी से हैं।
- अपने परिवार, माता-पिता और दादा-दादी के समर्थन को अपनी सफलता के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं।
- शिक्षात्मक यात्रा:
- उन्होंने अपनी पढ़ाई को यहीं से शुरू की और इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी, दिल्ली से पोस्टग्रेजुएशन किया।
- अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने तुरंत पीसीएस की तैयारी शुरू की।
- स्टडी रूटीन:
- निरंतर और ध्यानपूर्वक पढ़ाई के लिए रोजाना 8 से 13 घंटे समर्पित किए।
- सिविल सेवा में सफलता प्राप्त करना उनका प्रमुख लक्ष्य था।
UPPSC 2023 Topper शिवप्रताप के बुद्धिमान विचार
- लक्ष्य तय करना:
- वे आग्रह करते हैं कि उम्मीदवारों को स्पष्ट और योग्य लक्ष्य तय करना चाहिए।
- उन्होंने कहा कि उनके अपने किये गए प्रयासों से ही सफलता प्राप्त होगी।
- कोटा के छात्रों के लिए संदेश:
- कोटा में पढ़ाई कर रहे छात्रों को हालातों के बावजूद आशा नहीं खोने की सलाह दी।
- उन्होंने कहा कि निरंतर प्रयास करते रहने पर ही सफलता निश्चित है।
- परिवार का समर्थन:
- तैयारी के दौरान परिवार के समर्थन का महत्व बताया।
- विशेषकर, कोटा में पढ़ाई कर रहे छात्रों के माता-पिता से उन्होंने हमेशा साथ रहने की अपील की।
UPPSC 2023 Topper शिवप्रताप की यात्रा, एक छोटे से गांव से लेकर यूपी पीसीएस 2023 में चौथे स्थान पर पहुंचने तक, वास्तव में प्रेरणादायक है। उनका समर्पण और परिवारिक समर्थन, सफलता प्राप्त करने में बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। जब उम्मीदवार अपनी परीक्षा की तैयारी करेगें, तब शिवप्रताप की सफलता की कहानी आशा और प्रेरणा की रौशनी के रूप में कार्य करेगी।
नोट: UPPSC 2023 परीक्षा में 251 सफल उम्मीदवार थे, जिसमें शीर्ष 10 में 8 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल थीं। देवबंद के सिद्धार्थ गुप्ता ने टॉप किया, जिसके पश्चात् प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडेय ने दूसरा स्थान और हरदोई के सात्विक श्रीवास्तव ने तीसरा स्थान हासिल किया।