Lata Mangeshkar, जिन्हें भारतीय संगीत की स्वर कोकिला कहा जाता है, ने संगीत की दुनिया पर अपनी मोहक छाप छोड़ी है। 11 साल की आयु में अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत करने वाली लता ने 36 भाषाओं में 50,000 से अधिक गानों के लिए अपनी आवाज दी है। आज उनकी दूसरी पुण्यतिथि है। हम उनके संगीत क्षेत्र में अनमोल योगदान को श्रद्धांजलि स्वरूप याद कर रहे हैं।
Lata Mangeshkar का बचपन
1929 में मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर का बचपन संघर्ष से भरा रहा। 13 साल की उम्र में एक हृदयाघात के कारण उनके पिताजी का निधन हो गया। इसके बाद उन्हें परिवार के दोस्त मास्टर विनायक के पास छोड़ दिया गया। लता का संगीतीय सफर उसी समय शुरू हुआ।
Lata Mangeshkar का गायकी करियर
Lata Mangeshkar ने 11 साल की उम्र में अपना गायकी करियर शुरू किया। उन्होंने मराठी फिल्मों में गाने गाना शुरू किया। 1948 में, उन्हें हिंदी फिल्म “महल” में गाने का मौका मिला। यह गाना “आयेगा आने वाला” लता जी को रातोंरात प्रसिद्धि दिला गया।
प्रारंभिक करियर और उपलब्धियां
Lata Mangeshkar ने 14 साल की आयु में मराठी संगीत नाटकों में अभिनय करना शुरू किया। जल्दी ही, उन्होंने फिल्मों के लिए प्लेबैक गायन में कदम रखा। उन्होंने हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, असमिया, उड़िया, पंजाबी, नेपाली, संस्कृत, अंग्रेजी और फ्रेंच सहित 36 भाषाओं में गाने गाए।
Lata Mangeshkar की उपलब्धियां:
- 36 भाषाओं में 50 हजार से अधिक गाने गाए
- 4 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
- 3 फिल्मफेयर पुरस्कार
- 1 दादा साहब फाल्के पुरस्कार
- 1 पद्म भूषण
- 1 पद्म विभूषण
- 1 भारत रत्न
भारतीय संगीत में योगदान
लता जी ने संगीत इंडस्ट्री में अपने योगदान के लिए व्यापक पहचान प्राप्त की। 1970 में, उन्होंने फिल्मफेयर अवॉर्ड प्राप्त किया और 1972 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। उनके सम्मानों में साल 1977 में जय राजस्थान अवॉर्ड और 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार भी शामिल हैं।
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सम्मान और पुरस्कार
1989 में लता मंगेशकर को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया, और 2001 में उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से सम्मानित किया गया। 2007 में फ्रांस सरकार ने उन्हें ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया।
Lata Mangeshkar का जीवन परिचय
- नाम: लता मंगेशकर
- जन्म तिथि: 28 सितंबर 1929
- जन्म स्थान: इंदौर, मध्यप्रदेश, भारत
- मृत्यु: 6 फरवरी 2022
- उपलब्धियां: भारत रत्न, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार
- योगदान: 36 भाषाओं में 50,000 से अधिक गाने
लता मंगेशकर के बारे में कुछ रोचक तथ्य
- लता जी ने 50,000 से अधिक गाने गाए हैं।
- उन्होंने 36 भाषाओं में गाने गाए हैं।
- उन्हें भारत रत्न और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- लता जी ने 4 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 3 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं।
- लता जी को “स्वर कोकिला” के नाम से जाना जाता है।
राष्ट्र आज 6 फरवरी 2024 को लता जी की दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उनकी अनमोल मेलोडीज़ सदियों तक संगीत प्रेमियों के दिलों में बसी रहेगी। उनकी विरासत, स्वर कोकिला और भारत की बुलबुल के रूप में, सदैव भारतीय संगीत का एक अभिन्न हिस्सा बनी रहेगी।