Autism Spectrum Disorder क्या है?

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ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर (Autism Spectrum Disorder) एक विकार है जो आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है, लेकिन यह जीवन के सभी अवस्थाओं में पाया जा सकता है। यह एक मनोवैज्ञानिक विकार होता है जिसमें व्यक्ति की सामाजिक और संवादिक कौशलता, विचारशक्ति, और आवश्यक आचरण में कठिनाइयाँ होती हैं।

Autism Spectrum Disorder क्या है

ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर के व्यक्ति अकेलेपन की प्रधानता देते हैं और अपनी ही दुनिया में रहने की प्रेफरेंस देते हैं। उन्हें सामाजिक संवाद, संवादिक कौशलता, और जिज्ञासा में कमी होती है, जिससे उनके व्यवहार में आवश्यक सामाजिक और संवादिक कौशल की कमी आ सकती है.

Autism Spectrum Disorder एक स्पेक्ट्रम होता है, यानी इसके विभिन्न लक्षण और स्तर हो सकते हैं, जिनमें भिन्न भिन्न मात्रा में कठिनाइयाँ हो सकती हैं। इसका कारण आमतौर ब्रेन विकास की समस्याओं में होता है। इसका निदान और इलाज समय पर किया जा सकता है, जिससे बच्चों की जीवन गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।

Table of Contents

बच्चों में ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर (Autism Spectrum Disorder) के लक्षण और सिग्न्स होते हैं:

सामाजिक संवाद में कमी (Social Communication Deficits):

  • बच्चा आवाज़ का उपयोग सामाजिक संवाद के लिए नहीं करता है.
  • उसका आवाज़ किसी और के साथ सामाजिक संवाद का अनुसरण नहीं करता.

आटिज्म संकेत (Autistic Behaviors):

  • स्थिर और नियमित रुख की अभाव.
  • घेरे या अकेलापसे ज्यादा दिनचर्या में बदलाव.
  • आकस्मिक और अच्छी तरह से समझाए बिना एक समय में अधिक गोताखोरी.

सामाजिक संवाद में कठिनाइयाँ (Social Interaction Challenges):

  • दूसरों के साथ सही समय पर नजर नहीं मिलाना.
  • दूसरों के साथ सामाजिक खेलने की कोशिश नहीं करना.

प्रतिरोध और संवाद की कठिनाइयाँ (Communication Difficulties):

  • भाषा में विलंब या अस्पष्टता.
  • भाषा में एक स्तर पर भी नहीं होने की स्थिति.

जिम्मेदारियों का अभाव (Lack of Responsibility):

  • स्वयं के जिम्मेदारियों की स्थानीय अधिकारीयों के प्रति समझ में नहीं आना.

आपने ही दुनिया में रहने की प्रेफरेंस (Preference for Solitude):

  • अकेले ही रहने का बच्चे की प्रेफरेंस हो सकती है, और वे समाज में आकेले अधिक समय बिताते हैं.

उद्घाटनों के बदलाव (Sensory Sensitivities):

  • विशेष रूप से आवाज़, रौशनी, स्पर्श, गंध, और स्वाद के प्रति अत्यधिक संवेग या अप्रियता का अहसास.

जिज्ञासा और पैदायिकता (Repetitive Behaviors and Interests):

  • जिज्ञासु रूप में एक ही विषय पर अनुसंधान करने की प्रेफरेंस.
  • विशेष चीजों को दोहराने की प्रवृत्ति.

भाषा और सामाजिक संवाद में हस्तक्षेप (Language and Social Communication Impairment):

  • बच्चे की भाषा और सामाजिक संवाद क्षमता में हस्तक्षेप या अवरुद्धि की समस्या.
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Autism Spectrum Disorder कैसे intellectual ability पर प्रभाव डालती हैं?

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसॉर्डर (ASD) व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता पर प्रभाव डाल सकता है। यह इसके गुणवत्ता और गंभीरता के स्तर पर निर्भर कर सकता है।

Autism Spectrum Disorder कैसे intellectual ability

कुछ लोग जिनमें ASD है, वे सामान्य या उच्च बौद्धिक क्षमता वाले हो सकते हैं, जबकि कुछ व्यक्तियों की बौद्धिक क्षमता में कमी हो सकती है। इसका कारण यह हो सकता है कि ऑटिज्म के लक्षणों के साथ-साथ उनकी बौद्धिक क्षमता को प्रभावित करने वाले चुनौतियों के कारण होता है।

ASD के कुछ व्यक्तियों के पास विशेष क्षमता हो सकती है, जैसे कि गणित या कला में, जबकि दूसरों की सामान्य बौद्धिक क्षमता में कमी हो सकती है। व्यक्ति के ASD के लक्षणों की गंभीरता और प्रकृति के आधार पर, उनकी बौद्धिक क्षमता का प्रभाव भिन्न हो सकता है।

यह जरूरी है कि हर व्यक्ति की जरूरतों और यौगिकताओं के आधार पर उनके लिए उपयुक्त सहायता और समर्थन प्रदान किया जाए, ताकि उनका बौद्धिक विकास और सीखने की क्षमता सुधार सके।

क्या Autism Spectrum Disorder का इलाज सम्भव है?

यदि आपके बच्चे द्वारा इन लक्षणों का सामना किया जा रहा है, तो बेहतर होगा कि आप एक चिकित्सक या विशेषज्ञ की सलाह लें, जो Autism Spectrum Disorder की जाँच और निदान कर सकते हैं। एक चिकित्सक बच्चे की विवेचना करेगा, सामाजिक और भाषा विकास की मूल जानकारी जुटाएगा और अन्य संभावित समस्याओं की जाँच करेगा। उनका उद्देश्य बच्चे की आवश्यकताओं को समझना और उसे सही तरीके से समर्थन प्रदान करना होता है.

ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर की समझ करने में जांच और निदान का महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि इससे सही समय पर उपचार शुरू किया जा सकता है, जिससे बच्चे की जीवन गुणवत्ता में सुधार किया जा सके और उसका सामाजिक और व्यक्तिगत विकास में सहयोग किया जा सके।

यदि आपके बच्चे को ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर के संदेशित लक्षण हैं, तो सही चिकित्सक या विशेषज्ञ से संपर्क करें और आपके बच्चे के लिए सहायक योजना तैयार करने में मदद प्राप्त करें।

Autism Spectrum Disorder Symptoms

Autism Spectrum Disorder का इलाज

बच्चों में ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर (Autism Spectrum Disorder) के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार के चिकित्सा उपाय हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य इलाज और सहायक उपायों के बारे में जानकारी दी गई है:

शिक्षण और व्यावसायिक थैरेपी (Educational and Occupational Therapy):

  • शिक्षण के माध्यम से बच्चों की विशेष आवश्यकताओं को समझा जाता है और उन्हें सोचने और सामाजिक नैतिक दक्षता विकसित करने में मदद की जाती है.

भाषा और व्यवहार थैरेपी (Speech and Behavior Therapy):

  • विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की जाने वाली विशेष भाषा और व्यवहार थैरेपी से बच्चों की भाषा और सामाजिक कौशल में सुधार किया जा सकता है.

दवाओं का उपयोग (Medication):

  • कुछ स्थितियों में, डॉक्टर द्वारा प्रावधानिक रूप से पर्याप्त दवाओं का सुझाव देते हैं, जो ऑटिज़म के संबंधित सिग्न्स और लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं।

परिवार समर्थन (Family Support):

  • परिवार के सदस्यों को ऑटिज़म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर के बच्चे के साथ समझदारी और सहायता प्रदान करने की आवश्यकता होती है।

सोशल स्किल्स ट्रेनिंग (Social Skills Training):

  • इसके माध्यम से बच्चों को सामाजिक संवाद, साझेदारी, और आवश्यक सामाजिक कौशल सिखाए जा सकते हैं.

व्यायाम और आहार का प्रबंधन (Exercise and Diet Management):

  • स्वस्थ आहार और व्यायाम बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं और उनकी विकसित कौशलों को सुधार सकते हैं.

Autism Spectrum Disorder के इलाज में विवेचना, निदान, और इलाज के लिए एक विशेषज्ञ के साथ सहयोग करना महत्वपूर्ण है। हर बच्चे की आवश्यकताएँ और प्राथमिकताएँ अलग हो सकती हैं, और इसलिए एक व्यक्तिगत योजना तैयार की जानी चाहिए, जो उसकी विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखती हो।

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